कहते हैं जाको राखे साईयां, मार सके न कोय
कुछ ऐसा ही देखने को मिलास ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्टीय राजमार्ग 58 पर।
जहॉ एक बड़ी दुर्घटना होते-होते बच गई। और एक बस चालक 30 जिन्दगयों को बचा गया।
बुधवार दोपहर का समय था, रुद्रप्रयाग के रणधार मयाली से ऋषिकेश के लिये एक बस रवाना हुई। बस में तीस सवारियां बैठी थी। बस अपने तय समय पर चल रही थी, सबकुछ सामान्य था लेकिन तभी अचानक कौड़ियाला से एक किमी पहले बस का ब्रेक फेल हो गए। चालक को इस बात की जानकारी हो गई थी कि अब बस नियंत्रित नहीं हो सकती है। फिर भी चालक ने हिम्मत नहंी हारी और बस को चलाते रहा,
रफ्तार बढ़ रही थी, चालक के दिमाग के कई ख्याल एक साथ चल रहे थे आंखो के सामने परिवार का चेहरा घूम रहा था, निराशा दिमाग पर हावी हो चुकी थी। लेकिन एक उम्मीद अभी भी बस चालक शिवलाल के अंदर कहीं बाकि थी कि अभी कहानी खत्म नहीं हुई है।
फिर क्या था चालक शिवलाल ने हिम्मत नही छोड़ते हुए सही मौका देखते ही बस को पहाड़ी से टकरा दिया। जिससे बस सड़क पर ही पलट गयी। बस पलटने से सवारियों में चीख पुकार मच गयी। सवारियों को मामूली चोट आई व सभी सुरक्षित बच गए। जबकि चालक शिवलाल को काफी चोटें आ गयी। जबकि परिचालक विनोद सिंह भी चोटिल हो गया। सूचना पर देवप्रयाग थाना के प्रभारी निरीक्षक देवराज शर्मा ,बछेलीखाल चौकी प्रभारी विपिन डोभाल पुलिस व आपदा प्रबन्धन टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जहां उनके द्वारा सभी सवारियों को अन्य वाहनों से ऋषिकेश की ओर रवाना किया गया।
प्रभारी निरीक्षक देवराज शर्मा ने बताया कि बस के ब्रेक फेल होने से यह हादसा हुआ था। चालक शिवलाल की सूझ-बूझ से तीस सवारियों की जान बच गयी। फिलहाल चालक शिवलाल को व्यासी में प्राथमिक उपचार दिये जाने के बाद ऋषिकेश अस्पताल में भर्ती किया गया है।
बस का अचानक हुआ ब्रेक फेल, बस चालक ने निराशाओं को हावी न होने दिया बचा ली 30 जान
