श्रीनगर। राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के अवसर पर सांख्यिकी विभाग गढ़वाल विवि द्वारा वेबीनार का आयोजन किया गया। वेबिनार में मुख्य वक्ता लखनऊ यूनिवर्सिटी सांख्यिकी विभागाध्यक्ष राजीव पांडेय ने सांख्यिकी के नए सिद्धांत और भविष्य में आने वाली चुनौतियों से युवाओं को रूबरू करवाया। प्रो पांडेय ने कहा कि इस वेबिनर का मुख्य उद्देश्य नई सांख्यिकी तकनीकों को सीखना है। जिससे हर क्षेत्र में मदद मिल सके। उन्होंने सांख्यिकी की विभिन्न शाखाओं के बारे में बताया, साथ ही छात्रों जो सांख्यिकी के क्षेत्र में रोजगार के बारे में जानकारी दी। सांख्यिकीय सॉफ्टवेयर के बेहतर इस्तेमाल के बारे में छात्रों को जानकारी दी।
विभागाध्यक्ष प्रो ओ के बेलवाल ने युवाओं को बताया सांख्यिकी और आर्थिक नियोजन के क्षेत्र में प्रोफेसर (दिवंगत) प्रशांत चंद्र महलानोबिस द्वारा किए गए उल्लेखनीय योगदान की मान्यता में, भारत सरकार ने प्रत्येक वर्ष 29 जून को उनकी जयंती के अवसर पर विशेष श्रेणी में सांख्यिकी दिवस के रूप में नामित किया है। इस दिवस का उद्देश्य, सामाजिक-आर्थिक योजना और नीति निर्माण में सांख्यिकी की भूमिका और महत्व के बारे में प्रोफेसर (दिवंगत) महालनोबिस से प्रेरणा लेने के लिए विशेष रूप से युवा पीढ़ी में जन जागरूकता पैदा करना है। हर साल, सांख्यिकी दिवस समकालीन राष्ट्रीय महत्व के विषय के साथ मनाया जाता है। सांख्यिकी दिवस, 2022 का विषय आंकड़ों की भूमिका सतत विकास के लिए है।
इस वेबीनार का संचालन पीएचडी स्कॉलर रिचा शर्मा ने किया। इस वेबिनार में डॉ लाखन सिंह, डॉ जगदीश पुरोहित, डॉ अंकित कपरवान, निधि गैरोला, डॉ स्मिता शर्मा, डॉ पुष्पा पंवार, डॉ नितिन कांबोज, डॉ बिपिन नेगी, निधि नौटियाल, कार्तिकेय बहुगुणा, गौरव सिंह, प्रभाकर सिंह, पूजा मौर्य, शीतल बहुगुणा आदि शामिल थे।