रूद्रप्रयाग। उत्तराखण्ड में मानसून ने पूरी तरह दस्तक दे दी है, मानसून की पहली ही बारिश में स्थिति भयावह होने लग गई है। केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में सुबह से ही बारिश के कारण अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। बरसात के पानी से जगह-जगह केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर जलभराव हो गया है। यहॉ तक की रास्ते गदेरों में तब्दील हो गये हैं। रास्तों के किनारों पर बनी दुकानों में भी पानी घुस गया है। बड़ी मुष्किलों से यहॉ से यात्री व सथानीय लोग आवाजाही कर रहे हैं। मानसून सीजन में जहां केदारनाथ आने वाले यात्रियों की संख्या बेहद कमी आ जाती है। वहीं पैदल यात्रा मार्ग और केदारनाथ हाईवे पर भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है। मानसून की पहली बारिष से केदारनाथ यात्रा के सबसे मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में अफरा-तफरी मच गई। गौरीकुंड से ही केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा शुरू होती है, लेकिन बारिश का पानी गौरीकुंड में केदारनाथ धाम जाने वाले पैदल मार्ग और मार्ग किनारे की दुकानों में घुस गया। इतना ही नहीं गौरीकुंड मुख्य बाजार के रास्ते पर बारिश के पानी से तालाब बन गया। जहां से आवाजाही करने में यात्रियों और स्थानीय जनता को भारी दिक्कतों का सामना क n रना पड़ा। वहीं दूसरी ओर प्रषासन मानसून के दौरान व्यवस्थाओं को दुरूस्त बता रहा है। रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल का कहना है कि मानसून से निपटने के लिये तैयारियां की गई हैं। यात्रा पड़ावों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, डीडीआरएफ सहित पीआरडी के जवान तैनात हैं। साथ ही बद्रीनाथ और केदारनाथ हाईवे के भूस्खलन वाले क्षेत्रों में मशीने तैनात की गई हैं। उन्होंने कहा कि सभी टीमों को अलर्ट मोड़ पर रखा गया है।