चमोली। कम उम्र में गांव के ग्राम प्रधान बन भूपेन्द्र कुंवर ने क्षेत्र में एक मिसाल पेश की है। प्रधान बनना कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन निर्विरोध चुना जाना क्षेत्र में भूपेंद्र कुंवर की लोकप्रियता व उनके द्वारा क्षेत्र में किये गये कार्य को दर्शाता है। दरअसल चमोली जनपद के कॉसुवा गांव के ग्राम प्रधान की आकस्मिक मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद गांव में प्रधान का पद रिक्त था। हाल ही में सरकार द्वारा पंचायत चुनावों के लिए उपचुनाव करवाये गये। जिसमें कासुवा गांव से भूपेन्द्र कुंवर ने भी प्रधान पद के लिए पर्चा भरा, लेकिन भूपेन्द्र के विपक्ष में किसी और व्यक्ति द्वारा नामांकन नहीं करवाया गया। लिहाजा भूपेन्द्र कुंवर निर्विरोध प्रधान चुने गये। बता दें कि कांसुवा गांव सांस्कृतिक व धार्मिक रूप से काफी बड़ा महत्व रखता है। यहीं से विश्व प्रसिद्व मां नंदा देवी राजजात यात्रा शुरू होती है।
ग्राम प्रधान का दायित्व संभालने के बाद भूपेन्द्र कुंवर ने हमशे वार्ता में बताया कि र्निविरोध प्रधान चुने जाने के लिये वह ग्रामवासियों का धन्यवाद करते हैं। कहा कि-
मेरी कोशिश रहेगी कि मैं ग्रामीणों की समस्याओं को प्रशासन व सरकार तक पहुॅचा सकू। मैं अपने पूर्व ग्राम प्रधान अपने बड़े भाई स्व. श्री जितेंद्र सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं। साथ ही अपना कार्यकाल उन्हें श्रद्धांजलि स्वरूप भेंट करूँगा। कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि गांव में विकास के कार्य तेजी से हो।
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