श्रीनगर: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना निर्माण कार्य के दौरान ब्लॉस्टिंग से क्षतिग्रस्त हुए भवनों का मुआवजा न दिए जाने पर रेलवे प्रभावित श्रीनगर तहसील मे आ धमके। इस मौके पर ग्राम स्वीत, ढमक चोपड़ा के ग्रामीणों ने रेलवे प्रशासन के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही तहसील में कोई भी सक्षम अधिकारी न मिलने से ग्रामीण भडक उठे। इस मौके पर ग्रामीणों ने कहा कि ग्रामीणों की समस्या सुनने के लिए तहसील में कोई भी अधिकारी मौजूद न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। ग्रामीणों ने कहा कई बार आश्वासन मिलने के बावजूद आरवीएनएल व स्थानीय प्रशासन उनकी मांगो को गम्भीरता से नहीं ले रहे है।
मंगलवार को तहसील में पहुंचे ग्रामीण अनिल दत्त तिवाड़ी, अंकित रावत ने कहा कि एक दिसंबर 2021 को मुख्य सचिव और कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत के निर्देशों पर बनी कमेटी ने 14 दिनों के अंदर रिपोर्ट देने को कहा था। इस रिपोर्ट के आधार पर 224 क्षतिग्रस्त भवनों का मुआवजा देने के लिए विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी पौड़ी ने मुख्य परियोजना प्रबंधक रेल विकास निगम को मुआवजा देने के निर्देश दिए थे। लेकिन आरवीएनएल ने इस पर आपत्ति जता दी। कहा मंगलवार को वह तहसील में एसडीएम के समक्ष अपनी समस्याएं रखने आए थे, लेकिन एसडीएम के मौजूद न होने से वह अपनी समस्या किसी को नहीं बता सके। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ही उनकी समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो उन्हें उग्र आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा।