मनोज उनियाल
श्रीनगर: चौरास से श्रीनगर को जोड़ने वाले नैथाणा झूला पुल पर आवाजाही करना किसी खतरे से कम नहीं है। नैथाना झूला पुल में लगी चादरों में दरारे पड़ने लगी है। हालांकि विभाग पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत करने की बात कह रहा है, लेकिन अभी तक पुल जर्जर अवस्था में है। चौरास क्षेत्र के आस-पास के दर्जनों गांवों के ग्रामीण श्रीनगर के लिए नैथाना पुल से ही आवाजाही करते है। नैथाना झूला पुल पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में पैदल यात्री व दुपहिया वाहन चलते हैं। झूला पुल पर लगी चादरें जर्जर हो चुकी है। इसके एक हिस्से से यह फट भी चुकी है। जिससे किसी बड़ी र्दुघटना की संभावना बनी हुई है। हालांकि ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना के तहत रानीहाट में मोटर पुल निर्माणाधीन है। इसके बनने से नैथाणा पुल पर आवाजाही की निर्भरता कम हो जाएगी। लेकिन मोटर पुल का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हुआ है।
लोक निर्माण विभाग अस्थाई खंड कीर्तिनगर के अधिशासी अभियंता डीपी आर्य द्वारा बताया गया कि पुल के निरीक्षण के लिए अवर अभियंता को भेजा जा रहा है। अवर अभियंता को क्षतिग्रस्त हिस्से को ठीक करने के लिए निर्देशित किया जाएगा।वहीं ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना के तहत रानीहाट में बनाए जा रहे मोटर पुल के बारे में प्रोजेक्ट मैनेजर सत्यजीत खण्डूरी ने बताया कि अभी ब्लैक टॉपिग और सम्पर्क मार्ग का कार्य चल रहा है। मौसम ने साथ दिया तो अगस्त माह के अंत तक कार्य पूर्ण हो जाएगा।