जब प्रजा सड़कों पर उतरी हो तो एक राजा का धर्म होता है, प्रजा के असंतोष को जानना, उसे स्वीकार करना और उसका समाधान करना
लेकिन यहॉ राजा तो ऑखे मूंद और कानों में रूई डाले सोया है
राजा को तो अपना राजधर्म याद नहीं आया लेकिन कलाकार को उसका धर्म याद आ गया
‘‘लोकतंत्र मां‘‘
कलाकारों का काम केवल मनोरंजन करना नहीं होता है बल्कि समय पड़ने पर समाजिक सरोकारों से जुड़े मुद्वों को भी उठाना होता है। इसी परंपरा को संभाले हुए है ‘‘नेगी दा‘‘ नरेन्द्र सिंह नेगी Narendra Singh Negi।
जब उत्तराखण्ड़ राज्य बना तो 2002 में पहले आम चुनाव हुए कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई उस दौरान एनडी तिवारी को मुख्यमंत्री बनाया गया। उनकी सरकार में जमकर भ्रष्टाचार हुआ। लाल बत्तीयों की बंदर बांट हुई, राज्य संपति का दुरूप्रयोग किया गया, जिसके बाद नेगी दा ने एक गीत निकाला “नौछमी नारेण”
गीत को लेकर काफी कॉन्ट्रोवर्सी हुई, केस भी दर्ज हुआ,
लेकिन जनता ने गीत को बहुत प्यार दिया। कहा जाता है कि कांग्रेस की सरकार गिरने में इस गीत का अहम योगदान था……
डॉ रमेश पोखरियाल निशंक के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान भी नेगी दा का एक गीत फिर आया और गीत ने फिर बवाल मचाया…
बहरहाल नरेन्द्र सिंह नेगी जी ने समय-समय पर ऐसे कई गीतों की रचना की जो समाज की कुरितियों, समाज में फेल रहे भ्रष्टाचार हो या फिर रानीतिक या सामजिक क्षेत्रों से जुड़े मुद्वे उन्होनें अपने गीतों के माध्यम से बयां जरूर किया है।
हालांकि 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होनें कहा था कि वें अब राजनीति पर कोई गीत नहीं बनाएंगे। क्योंकि उनके गीतों का एक-दूसरे राजनीतिक दलों द्वारा सियासी इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि इसके बाद भी वो सामाजिक मुद्वो पर हो या राजनीतिक मुद्वों पर अपनी राय जरूर दिया करत हैं, लेकिन लगता है कि नेगी दा के अंदर का गायक प्रदेश के मौजूदा हालातों को देखकर चुप नहीं बैठ सका, और नेगी दा ने अपने लोक गायक के कर्तव्य को निभाते हुए वर्तमान परिपेक्षय को देखते हुए अपना गीत रिलीज किया है
‘‘लोकतंत्र मां‘‘
गाने के माध्यम से नेगी जी ने राज्य में फैले भ्रष्टाचार के मकड़जाल पर प्रहार किया है।
गाने के बोल हैं
हम त प्रजा का प्रजा ही रे ग्यां लौकतंत्र मां
तुम जन सेवक राजा हवेग्या लोकतंत्र मां
यानी – प्रजा को प्रजा ही रहने दिया और खुद सेवक बनने की शपथ लेकर राजा बन बैठे हैं
गीत उत्तराखण्ड़ के उन सभी नेताओं पर कटाक्ष है जिन्होनें अपनों के लिए जनता का तिरस्कार किया। अपने बेटे-बेटी, भाई-भतीजा, चाचा-मामा को सरकारी नौकरियॉ बाट दी और प्रजा को उस जगह पहुॅचने का अवसर ही नहीं दिया।
लोकतंत्र मां गीत को दर्शकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। आज रिलीज हुए गई गीत को उनके आफिशयल यूटयूब चैनल पर 45 हजार से ज्याद व्यूज मिल चुके हैं।
वहीं हर कोई नेगी दा के इस गीत की सराहना और तारीफ कर रहा है। लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी ने यह गीत गाकर एकबार फिर हमारे दिलों में अपना कद और ऊंचा कर लिया है।