श्रीनगर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान उत्तराखंड के छात्र तीन दिनों तक केदारनाथ क्षेत्र के शैक्षणिक व साहसिक यात्रा पर रहें। इस यात्रा में बीटेक तृतीय वर्ष के 52 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।
एनआईटी के छात्रों के साथ संस्थान के 4 फैकल्टी सदस्य भी शामिल रहें। इन सभी छात्रों व शिक्षकों ने यात्रा के दौरान ट्रेकिंग, हाइकिंग और कैंपिंग जैसी विभिन्न साहसिक गतिविधियों में हिस्सेदारी कीे। इसके साथ ही एनआईटी के छात्रों द्वारा केदारनाथ धाम में स्वच्छता अभियान भी चलाया गया।
2 सितंबर को एनआईटी के निदेशक प्रो ललित कुमार अवस्थी ने टीम को रवाना किया था। प्रोफेसर अवस्थी ने बताया कि वे छात्रों के समग्र विकास में विश्वास रखते है और इसके लिए शैक्षणिक और मूल्य आधारित शिक्षा दोनों का समावेश जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक साहसिक यात्रा नहीं है बल्कि इसका मूल उद्देश्य छात्रों में साहस, खोजपूर्ण जिज्ञासा, सहनशक्ति, धीरज, अनुशासन, दृढ़ संकल्प, आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और टीम वर्क की भावना जैसे गुणों का विकसित करना है। जिसके लिए उनके द्वारा छात्रों के इस टीम को केदारनाथ की यात्रा पर भेजा गया।
केदारनाथ यात्रा से लौटने के बाद छात्रों ने अपने अनुभव भी साझा किये। छात्रों ने बताया कि केदारनाथ यात्रा पर वे पहली बार गये। यहॉ पहुॅचकर उन्हें ऐसा लगा मानों धरती पर ही स्वर्ग में पहुॅच गये हो। यात्रा का नेतृत्व डॉ. कुसुम शर्मा, डॉ. जागृति सहरिया, डॉ. कुलदीप सिंह और डॉ. योगेश प्रजापति ने किया। बताया कि भविष्य में भी इस तरह के आयोजन होते रहेंगे।