कीर्तिनगर : मानदेय बढाये जाने को लेकर भोजन माताओं द्वारा कीर्तिनगर ब्लॉक में बैठक आयोजित की गई। आयोजित बैठक में भोजनमताओ को उनके मानदेय को लेकर व उन्हें सरकारी कर्मचारियों की तरह सुविधाएं दिए जाने को लेकर चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता भोजनमाता राजकीय मॉडल प्राइमरी स्कूल कंडोली जगदंबी देवी ने की।
जगदंबी देवी ने कहा कि वर्षों से सरकार ने भोजनमताओं का शोषण किया है। उनसे पूरा काम कराने के बावजूद सरकार द्वारा उन्हें पूरा वेतन नहीं दिया जाता है और जो दिया जाता है वह भी समय से नहीं मिलता है। साल में दो महीने का वेतन स्कूल बंद रहने की वजह से काट दिया जाता है। जबकि स्कूल में बच्चों की छुट्टी रहने पर भी भोजनमताओं को स्कूल बुलाया जाता है। कहा कि शिक्षकों को जब स्कूल बंद रहने पर वेतन मिल सकता है तो भोजन माताओं को क्यूं नहीं।
कहा कि अध्यापकों द्वारा भी भोजनमताओं का शोषण किया जाता है। जिसमे वो मिड डे मील खाने के अतिरिक्त चाय बनाने जैसे अन्य कार्य करने के लिए मजबूरन कार्य करना पड़ता हैं। जबकि अन्य किसी सरकारी विभाग में विभाग द्वारा विभागीय कार्यों के लिए नियुक्त कर्मचारियों के कार्य स्पष्ट होते है।
जगदंबी देवी ने कहा कि इतने महंगाई के दौर में मात्र 3000 रुपए में घर का एक खर्च भी पूरा नहीं हो पाता। ज्यादातर भोजनमताएं अनपढ़ हैं और अपने हक के लिए लड़ नही पाती जिसका फायदा सरकार उठा रही है। जगदम्बी देवी ने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगे नहीं मानती तो भोजनमाताओं को विवश होकर प्रदेश स्तर पर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना पड़ेगा और जरूरत पड़ने पर आन्दोलन को और उग्र किया जायेगा।
बैठक में कीर्तिनगर ब्लॉक की अलग अलग 42 स्कूलों की भोजनमताओं ने भाग लिया व आगे की रणनीती तय की जिसमे अध्यक्ष जगदंबी देवी, कोषाध्यक्ष बुद्धि देवी, सचिव गीता देवी व अन्य भोजनमताएं उपस्थित थी