मेरी सारी बातें आपको कोरी बकवास लग सकती हैं, पर सिर्फ तबतक लगेंगी जबतक आप इस पोस्ट को एक पिता के नजरिये से नहीं देखते। टेम्पररी खुशी क्या है और लौंग-टर्म खुशी क्या है, ये बाप से बेहतर कोई नहीं जानता। उसे अपनी बेटी से प्यार है, इसी लिए उसके बचकाने फैसलों के खिलाफ जाता है…प्यार नहीं होता तो कहीं भी उसे झटक के फुरसत पा जाता।।
उसने तुम्हें कोख में ही नहीं मारा, तुम्हें जीवन दिया…तुम्हारी हर सुख सुविधा को प्राथमिकता दी, यहाँ तक कि अपने जीवन की पूंजी का सबसे बड़ा हिस्सा उसने तुम्हारे लिए बचाकर रखा, ताकि धूम-धाम से तुम्हारी शादी करवा सके। अपने जीवन में कभी भी वो लड़ाई-झगड़ों में इन्वॉल्व नहीं हुआ, पर तुम्हारी प्रोटेक्शन के लिए तुम्हें छेड़ने वालों की बत्तीसी तोड़ने से पीछे नहीं हटा। उसने कभी अपने इज्जत की परवाह नहीं की, क्योंकि वो अपनी इज्जत और सेल्फ-रेस्पेक्ट तुम्हारे अंदर देखता रहा। तुम्हें उसने पढ़ाया, लिखाया और जॉब न लग जाने तक तुम्हारी शादी नहीं करेगा ऐसा प्रॉमिस भी किया। इस मतलबी दुनिया में वो तुम्हारे लिए निस्वार्थ रहा, तुम्हें पूरी आजादी दी तुम्हारा ड्रीम गोल पाने की, तुम्हे कभी शक के दायरे में नहीं रखा। और तुमने उसके साथ क्या किया ? अपने हार्माेन्स और फैंटेसी की संतुष्टी के लिए तुमने अपने पिता को धोखा दिया, सोशल मीडिया के जरीए उसे एक दरिंदे का इमेज भी दे दिया।
इंसान अपने बूरे दौर से उभर सकता है, किसी के द्वारा दिए गये धोखे से भी उभर सकता है लेकिन उसके द्वारा दिए गये जख्मों से कैसे उभरेगा जिसे उसने अपनी जिंदगी माना, जिसको उसने बचपन से लेकर जवानी की दहलीज तक सुरक्षित रखा उसकी हर खहिश पुूरी की। आखिर क्यूं बाप को हमेशा विलेन के तौर पर पोट्रे किया जाता है। कोई भी बाप अपनी लड़की की सेफ एंड सिक्योर लाइफ चाहता है, वो सिर्फ उम्र में ही नहीं दिमाग में भी आपका बाप होता है… उसे पता होता है कि स्टैण्डर्ड कमतर रहा तो लड़की एक ही महीने में चप्पल सर पर रख भाग आयेगी वापिस मायके। जात-पात के खिलाफ मैं नहीं हूँ, मैं खिलाफ हूँ किसी भी राह चलते से शादी करने के जो खुद का भी गुजारा नहीं कर सकता। बन्दा एक अच्छे पे-स्केल पर हो तो भी कोई समस्या नहीं। पर अब झुपड़पट्टी वाले से उस लड़की की शादी करवाने का कांसेप्ट बनाओ जिसका एक दिन भी बिना लग्जरी आईटमस के नहीं गुजरा…तो ये वास्तविकता से कोसों दूर की सोच है।
जिंदगी फिल्मों के जैसी नहीं होती कि भाग जायेंगे और अंत में एक स्टेबल लाइफ हो जाएगी थोड़े स्ट्रगल के बाद।
सोशल मीडिया पर इस तरह के कई विडियोज आते हैं जहॉ लड़की विडियो बनाकर कहती हुई दिखाई देती है िकवह अपनी मर्जी से भागी है, शादी की। उसके पिता शादी नहीं करने दे रहे थे ब्लाकृब्ला…ब्ला… वो ठीक है ना…. वाली लड़की तो याद होगी, या फिर यूपी की वो अमीर लड़की….. न जाने कितने उदाहरण है और अब ये…………आप लोगों ने कई वीडियो देखे होंगे, ओपिनियन बनाया होगा…पर आपने एक साल बाद उनके बारे में पता किया कि कहाँ हैं, किस हाल में हैं, जिंदा भी हैं या नहीं? लड़का कौन सा दिहाड़ी कर रहा है, लड़की कहाँ-कहाँ चौका-बर्तन कर रही है? और लड़की को कितनी बार ये ख्याल आया कि भागकर बहुत बड़ी गलती कर दी? ना-ना-ना, हम बस ओपिनियन बनाएंगे, बाप को हरामी बोलेंगे…पर खुद की बहन-बेटी के अगर भागने के प्लान के बारे में पता लग जाये तो उसे जेड प्लस सिक्योरिटी में रख देंगे। क्योंकि आप पाखंडी हैं, आप कोई अलग ब्रीड नहीं हैं, बस आपपर बीत नहीं रही तो मजा मार रहे हैं। बाकी एंटरटेनमेंट मीडिया में 95ः लव पर फोकस किया जाता है, सदियों से इश्क की ब्रैंडिंग की गई है तो यूथ का प्राइमरी लक्ष्य तो आशिकी करना ही होगा।
प्यार-मोहब्बत में सबका शॉर्ट-सर्किट हो रखा है।