पौड़ी मुख्याल की सड़कों पर विभिन्न राजनीतिक दलों और छात्रों ने रैली निकालकर प्रदर्शन किया , कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे जन समुदाय ने जिलाधिकारी को भी हटाने की उठाई मांग ।
बता दें कि मंडल मुख्यालय पौड़ी में अंकिता हत्याकांड के दोषियों को फांसी की सजा दिलाए जाने की मांग को लेकर सड़कों पर विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ छात्रों द्वारा रैली निकालकर जोरदार प्रदर्शन किया गया। तो वही कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचे जन समुदाय ने जिला अधिकारी परिसर के बाहर पुलिस बल और मजदा प्रदर्शन करियों के बीच जम कर धक्का मुक्की हुई । दरअसल जिलाधिकारी के ना आने से प्रदर्शन करियों में गुस्सा भर आया जिसके बाद गुस्साई भीड़ ने जिलाधिकारी परिसर के गेट को तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश की जिसपर मौके पर मौजूद पुलिस बल ने भीड़ को रोका
इस दौरान वक्ताओं ने जिलाधिकारी से अंकिता हत्याकांड से जुड़े वीआईपी के नाम का खुलासा करने की भी मांग की। कहा कि मामले को कई दिन बीत जाने के बाद भी फास्ट ट्रैक कोर्ट में अभी तक मुकदमा नहीं चलाया गया। और ना ही संदेह के घेरे में आ रहे आरोपियों की गिरफ्तारी हो रही है। बतादें की बवाल जादा होने पर जिलाधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदंडे ज्ञापन लेने पहुंचे लेकिन गुस्साई भीड़ ने डीएम पौड़ी मुर्दारब के नारे लगाना शुरू कर दिया ,
जिसके बाद कुछ लोगों से जिलाधिकारी की वार्ता के बाद जिलाधिकारी ने प्रदर्शन करियों की मांगो को लेकर एक सप्ताह का समय दिया है ज्ञापन में प्रदर्शन करियो ने पुलकित आर्य के परिवार को पुलिस कस्टडी में लिया जाए, दोषियों को फांसी हो, केस की सुनवाई फस्ट्रेक कोर्ट में हो और केस में संलिप्त वीवीआईपी का नाम सार्वजनिक किया जाय । जिसपर प्रदर्शन करियोने कहा कि एक हफ्ते के भीतर उनकी मांगे पूरी नही हुई तो आंदोलन जारी रहेगा ।
प्रदर्शन करियो में विनोद नेगी, दीपक कुखशाल, विनोद दनोसी, नीलम रावत , संजना गुजराल, मोहित सिंह, नितिन रावत भास्कर बहुगुणा, व अन्य लोग भी शामिल थे
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