राजस्व उप निरीक्षक घिमतोली को अनिवार्य सेवानिवृत्ति
जिलाधिकारी ने सख्त कार्रवाई करते हुए आदेश किए जारी।
रुद्रप्रयाग। राजकीय कार्यों में लापरवाही बरतने और उच्च अधिकारियों के आदेशों का पालन नहीं करने पर राजस्व उप निरीक्षक घिमतोली को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने सख्त कार्रवाई करते हुए राजस्व उप निरीक्षक घिमतोली बचन लाल के अनिवार्य सेवानिवृत्ति के आदेश जारी किए। लंबे समय से राजस्व उप निरीक्षक घिमतोली बचन लाल के खिलाफ जिला प्रशासन को विभिन्न शिकायतें प्राप्त हो रही थी, जिसपर कार्रवाई करते हुए उनपर जांच बिठाई गई थी। जांच में पाया गया कि राजस्व उप निरीक्षक घिमतोली बचन लाल पीएम किसान पेंशनरों का सत्यापन आदि कार्य समय पर नहीं कर रहे। वहीं निर्वाचन संबंधी कई कार्य भी समय से पूरे नहीं किए गए हैं। उच्च अधिकारियों के कई आदेशों का समय पर पालन नहीं किए जाने की बात भी समाने आई। बार- बार सुधार के अवसर दिए जाने के बाद भी कार्यशैली में सुधार नहीं आने पर तहसीलदार द्वारा तैयार रिपोर्ट को आधार बनाकर जिलाधिकारी ने सख्त कार्रवाई करते हुए राजस्व उप निरीक्षक घिमतोली बचन लाल को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि ज़न हित से जुड़े मुद्दों और राजकीय कार्यों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ इसी तरह सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ये था मामला –
दरअसल, बृहस्पतिवार सुबह राजस्व उप निरीक्षक चोपता शराब के नशे में धुत्त होकर चोपता बाजार में सड़क पर लुढ़के हुए मिले। देखते ही देखते पटवारी की लुढ़कने वाली तस्वीरें वायरल भी होने लगी। वहीं पटवारी के दिन दहाड़े शराब के नशे में धुत होने से प्रशासन की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे मे आ गई है। यह मामला रुद्रप्रयाग तहसील के राजस्व क्षेत्र चोपता का है।

इस मामले पर स्थानीय जनता का कहना है कि राजस्व उप निरीक्षक अक्सर नशे में चूर रहते हैं, जिससे उनके कई काम नहीं हो पाते हैं। एक माह पूर्व स्थानीय जनता की शिकायत पर तहसीलदार द्वारा चोपता में निरिक्षण किया गया था। उन्होंने जनता को कार्यवाही करने का आश्वासन दिया था, लेकिन एक माह बीतने पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इससे स्थानीय जनता में भारी आक्रोश है।