रुद्रप्रयाग। पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने अपनी बेटीयों के साथ भगवान केदारनाथ के दर्शन किए। करीब एक घंटे तक केदारनाथ में रहने के बाद निशंक बद्रीनाथ धाम के लिए रवाना हुए। इस दौरान उन्होंने तीर्थ पुरोहितों से भी मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। इस दौरान तीर्थ पुरोहितों ने मंदिर समिति अध्यक्ष के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त किया।
आज सुबह सवा आठ बजे पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक बड़ी बेटी आरुषि निशंक, सबसे छोटी बेटी विदुषी निशंक, दामाद अभिनव पंत, समधी विनोद पंत व समधन रानी पंत के साथ केदारनाथ मंदिर के पीछे बने वीआईपी हेलीपैड पर पहुंचे। यहां से कुछ देर में पूर्व सीएम परिवार संग केदारनाथ मंदिर में पहुंचे और आधे घंटे तक गर्भगृह में पूजा-अर्चना की। इसके बाद पूर्व सीएम ने तीर्थ पुरोहितों से भी मुलाकात की।
केदारसभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने पूर्व सीएम निशंक को मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम में किये जा रहे कार्याे को लेकर मंदिर समिति और सरकार को तीर्थ पुरोहितों के साथ विचार-विमर्श करना चाहिए। इसके अलावा पुनर्निर्माण कार्याे में भी तीर्थ पुरोहितों की रायशुमारी जरूर ली जाए। तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी ने कहा कि सरकार ने जिस प्रतिनिधि को मंदिर समिति में जिम्मेदारी सौंपी है, वह तीर्थ पुरोहितों को साथ लेकर नहीं चल रहा है, उन्हें शीघ्र बदला जाए।
अन्यथा तीर्थ पुरोहित सरकार के खिलाफ आंदोलन के लिए मजबूर हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि बिना तीर्थ पुरोहितों को संज्ञान में लिए मंदिर के गर्भगृह में सोने की परत लगाई गई। अब तीर्थ पुरोहित उस व्यक्ति की मंदिर में नेम प्लेट लगने ही नहीं देंगे। कहा कि सरकार के प्रतिनिधि तीर्थ पुरोहितों की नहीं सुन रहे हैं। ऐसे में तीर्थ पुरोहितों में मंदिर समिति के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है। उन्होंने कहा कि इस बार देश-विदेश से रिकार्ड तोड़ संख्या में तीर्थ यात्री केदारनाथ धाम पहुंचें हैं। ऐसे में अगले वर्ष और भी व्यवस्थाएं सुदृढ़ की जानी जरूरी हैं।
तीर्थ पुरोहितों की मांगों पर अमल को लेकर पूर्व सीएम निशंक ने तीर्थ पुरोहितों को आश्वास्त किया और फिर वे बद्रीनाथ धाम के लिए रवाना हुए। इस मौके पर केदारसभा अध्यक्ष विनोद शुक्ला, वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित उमेश पोस्ती, संतोष त्रिवेदी, राजकुमार तिवारी, विनीत पोस्ती, लक्ष्मीनारायण जुगराण आदि मौजूद थे।