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कई कार्यकर्ताओं ने एबीवीपी से दिया इस्तिफा, गढ़वाल विवि छात्रसंघ चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला

Nov 9, 2022
200 कार्यकर्ताओं ने एबीवीपी से दिया इस्तिफा, गढ़वाल विवि छात्रसंघ चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला
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एबीवीपी ने अमन पंत को बनाया अध्यक्ष प्रत्याशी
एबीवीपी से अध्यक्ष पद के दावेदार गोरव मोहन नेगी निर्दलीय चुनाव मैदान में
जय हो छात्र संगठन से कैवल्य जखमोला अध्यक्ष प्रत्याशी
अध्यक्ष पद पर त्रिकोणीय मुकाबला
गौरव माहेन के समर्थन में कई कार्यकर्ताओं ने दिया एबीवीपी से इस्तीफा

श्रीनगर गढ़वाल। गढ़वाल विश्वविद्यालय में दो सालों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार इस वर्ष विवि में छात्रसंघ चुनाव हो रहे हैं। छात्रों में छात्रसंघ चुनाव को लेकर जोश हाई है। विभिन्न छात्र संगठन अपने पक्ष में मतदान के लिए छात्रों को अपनी ओर करने में जुटे हुए हैं। लेकिन इस बार छात्र संगठनों के सामने विपक्षी संगठन के प्रत्याशी को हराने से ज्यादा खुद के संगठन में हो रहे अंर्तद्धंद से निपटना बड़ी चुनौती बना हुआ है।

जहॉ एबीवीपी ABVP द्वारा अमन पंत को संगठन से अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित किया गया है तो वहीं एबीवीपी से ही अध्यक्ष पद की दावेदारी कर रहे गोरव मोहन नेगी ने निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने का मन बना लिया है। इसके साथ ही गोरव मोहन नेगी के समर्थन में एबीवीपी से जुड़े कई कार्यकर्ताओं ने सामुहिक इस्तिफा दे दिया है। यह संगठन के लिए बड़ी क्षति तो है ही साथ ही एबीवीपी से अध्यक्ष प्रत्याशी अमन पंत के लिए भी बड़ी चुनौति है। क्योंकि अब एबीवीपी प्रत्याशी अमन पंत के सामने एबीवीपी के विभाग संयोजक गोरव मोहन नेगी निर्दलीय रूप में खड़े हैं।

निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा करते गोरव मोहन नेगी
निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा करते गोरव मोहन नेगी

वहीं अध्यक्ष पद पर जय हो छात्र संगठन से प्रत्याशी कैवल्य जखमोला अभी तक इस त्रिकोणीय मुकाबले में भारी पड़ते हुए नजर आ रहे हैं। लेकिन सूत्रों से यह भी पता चल रहा है कि जय हो संगठन से ही अध्यक्ष पद की दावेदारी करने वाले सुधांशु थपलियाल के समर्थक सुधांशु को टिकट न दिए जाने के बाद से जय हो संगठन से खफा चल रहे हैं। हालांकि सुधांशु ने कैवल्य को सार्वजनिक मंच से अपना समर्थन दिया था लेकिन अभी भी समर्थकों में जय हो छात्र संगठन के अध्यक्ष पद पर कैवल्य जखमोला को टिकट दिए जाने से नाराजगी बनी हुई है। अब यह नाराजगी मतदान के दिन बैलेट पेपर के माध्यम से सामने आती है या उससे पहले कैवल्य इन्हें मनाने में कामयाब हो जाते हैं यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।

बहरहाल गोरव मोहन नेगी के निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद से ही गढ़वाल विश्वविद्यालय में इस बार अध्यक्ष पद का चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है। जहॉ एबीवीपी से नाराज छात्रों ने अपना इस्तिफा देने के बाद निर्दलीय गोरव मोहन के समर्थन में उतर गए हैं वहीं अब जय हो से खफा छात्रों को मनाने में गोरव मोहन कामयाब हो पाए तो यह त्रिकोणीए मुकाबला काफी रोचक बन सकता है।

विडियो देखें –

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