कीर्तिनगर। रेलवे सुरंग निर्माण में खराब गुणवत्ता का स्थानीय लोगों ने कार्यदाही संस्था पर आरोप लगाया है। स्थानीय लोगों द्वारा सुरंग निर्माण में प्रयोग किये जाने वाले डस्ट पर सवाल खड़े किये गये है। साथ ही डस्ट उपलब्ध कराने वाले क्रैशर के खिलाफ कोर्ट में जनहित याचिका दायर करने की चेतावनी भी स्थानीय लोगों द्वारा दी गई है।
रानीहाट में रेलवे निर्माण कार्याे के लिए क्रेशर से निकाली जा रही डस्ट में मिट्टी नुमा होने से रेलवे की सुरंग की गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है। स्थानीय लोगों ने जल्द सुरंग निर्माण में लगी डस्ट की गुणवत्ता की जांच वैज्ञानिकों से कराये जाने की मांग की है। कहा कि बिना वासिंग प्लांट के यहां पत्थरों से डस्ट निकाला जा रहा है। जो कि मिट्टी नुमा है। कहा कि यदि जल्द कार्यवाही नहीं हुई तो उक्त क्रेशर के खिलाफ कोर्ट में जनहित याचिका दायर की जायेगी।
नैथाणा रानीहाट के सामाजिक कार्यकर्ता टेक सिंह नेगी ने कहा कि रेलवे प्रोजेक्ट के तहत रानीहाट-नैथाणा में रेलवे स्टेशन का निर्माण हो रहा है, किंतु रेलवे द्वारा रानीहाट में जो स्टोन क्रेशर लगाया गया है, वह पहले तो बिना नियमों के संचालित हो रहा है और ऊपर से प्लांट के पास कोई भी वासिंग प्लांट नहीं है। ऐसे में मिट्टी नुमा डस्ट रेलवे के कार्याे में लगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि उक्त सामाग्री की वैज्ञानिकों की जांच करानी चाहिए। कहा कि इस संदर्भ में देश के प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन भेजा जोयगा। जबकि जनहित याचिका भी कोर्ट में डाली जायेगी।