पौड़ी: पहाड़ों में गर्भवती मलिाओं के सुरक्षित प्रसव को लेकर जिले का स्वास्थय महकमा जुटा हुआ है। लगातार पर्वतीय ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को जगारूक किया जा रहा है। जिसका नतीजा है कि 2019 से जनवरी 2023 तक पौड़ी जिले के विभिन्न चिकित्सालयों में 41836 संस्थागत प्रसव हुए हैं जबकि 4849 प्रसूताओं का घर पर प्रसव किया गया। आंकड़ो से साफ जाहिर है कि जिले में अब घर पर प्रसव के आंकड़ो में कमी आई है। आपको बता दें कि पहाड़ों की भौगोलिक स्थिति ऐसी नहीं है कि गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए समय पर अस्पताल पहुॅचाया जाये ऐसे में घर में ही कई बार प्रसव करा लिया जाता है। घर पर किसी विषेशज्ञ की देखरेख में प्रसव न होने से कई बार जच्चा बच्चा को खतरा भी रहता है। ऐसे में पौड़ी स्वास्थय विभाग ने गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में प्रसव कराने की मुहिम शुरू की जो आज रंग भी ला रही है।
सीएमओ पौड़ी डा. प्रवीण कुमार ने बताया कि जिले के बेस चिकित्सालय श्रीकोट एवं उप जिला चिकित्सालय श्रीनगर में टिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग आदि जिलों से भी महिलाएं प्रसव के लिए आती हैं। महिलाओं के सुरक्षित प्रसव के लिए चिकित्सा इकाई तक लाने लिए निशुल्क वाहन सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही लगातार जागरूकता अभियान ग्रामीण क्षेत्रों में चलाये जा रहे हैं। लक्ष्य है कि आने वाले साल तक यह आंकड़ा और कम किया जाये।