कीर्तिनगर। देवप्रयाग विधानसभा के राजकीय इंटर कॉलेज कपरोली, जूनियर हाई स्कूल व राजकीय प्राथमिक विद्यालय कपरोली पेयजल की समस्याओं से जूझ रहा है। यहाॅ छात्रों से लेकर शिक्षकों को पेयजल की समस्या से दौ-चार होना पड़ रहा है। आलम यह है कि विद्यालय में मध्याहन भोजन व थाली धोने से लेकर बच्चों के स्कूली समय तक यहां के विद्यार्थियों द्वारा घर से लायी गई एक बोतल पानी से ही काम चलाना पड़ता है।
सरकार के जल जीवन मिशन के तहत नल तक पानी पहुॅचाने के तमाम दावों की पोल कपरोली के इन विद्यालयों में खुल रही है। यहाॅ सरकारी स्कूलों में ही पेयजल उपलब्ध न हो पाना सरकार के सरकारी विद्यालयों व यहाॅ पढ़ने वाले पहाड़ के युवाओं के प्रति उदासिनता को दर्शाता है।

क्या है मामला….?
राजकीय इंटर कॉलेज कपरोली व राजकीय प्राथमिक विद्यालय कपरोली में अभी तक पेयजल उपलब्ध नहीं हो पाया है। यहाॅ जल जीवन योजना के तहत जो नल ठेकेदार ने लगाये हैं वह भी बिना स्टेण्ड के भूतल में ही छोड़ दिए गये। जिसमें अगर पानी आएगा भी तो उसका उपयोग नहीं किया जा सकता। यहाॅ तीनों विद्यालयों को मिलाकर कुल डेढ़ सौ से अधिक छात्र अध्यनरत हैं। जिन्हें स्कूल के समय पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।
छात्र नहीं कर पा रहे शौचालय का प्रयोग
यहां अध्यनरत छात्रों ने बताया कि पानी न होने से वह बिना पानी के शौचालय का उपयोग नहीं कर सकते तो मजबूरन उन्हें खुले में जाना पड़ता है। जिससे स्कूल के आस-पास गंदगी होती है और गंदगी होने से बीमारियां होने का खतरा हर समय बना रहता है।
राजकीय इंटर कॉलेज कपरोली के प्रभारी प्रधानाचार्य उमेद सिंह रावत द्वारा बताया गया उनके द्वारा इस सम्बन्ध में विभाग में उच्चाधिकारियों को सुचना दी गयी थी । शिकायत करने के बाद एक दो दिन के लिए पानी आता है और फिर पानी बंद हो जाता है। जिससे स्कूल में छात्र-छात्राओं समेत शिक्षकों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है
इस सम्बन्ध में जब जल निगम देवप्रयाग से बात की गयी तो सहायक अभियंता प्रदीप भंडारी द्वारा बताया गया की कपरोली ग्राम सभा के मुख्य टैंक में पूरा पानी देते है। उसके बाद वह ग्रामसभा द्वारा व जल संसथान द्वारा संचालित होता है अगर ऐसी परेशानी है तो वह एक सप्ताह के भीतर इस समस्या को सही कर देंगे।