टिहरी गढ़वाल। एशिया के सबसे बड़े टिहरी बांध की झील के ऊपर बने डोबरा चांठी पुल (Dobra Chanthi Bridge) के समीप बने हेलीपैड में पड़ी मोटी मोटी दरारें, जिसको लेकर सामाजिक कार्यकर्ता व स्थानीय लोगों ने कहा कि इस हेलीपैड का निर्माण लोक निर्माण विभाग चंबा के द्वारा किया गया और इसे हेलीपैड में मोटी-मोटी और चौड़ी दरारें पड़ गई हैं जिससे यहां पर हेलीकॉप्टर नही उतर सकता,और हेलीकॉप्टर उतरते समय कुछ भी बड़ा हादसा हो सकता है स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शासन प्रशासन से मांग की है कि इस हेलीपैड का तुरंत ठीक किया जाए जिससे यहां पर आसानी से इस हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर उतर सके
पर्यटकों के आसानी से पहुॅचने के लिए बनाया गया था हैलीपेड
उत्तराखंड सरकार के द्वारा यहां पर हेलीपैड इसलिए बनाया गया था कि आने वाले समय में पर्यटक हेलीकॉप्टर के माध्यम से यहां तक पहुंच सकते हैं और डोबरा चांठी पुल (Dobra Chanthi Bridge) के साथ-साथ टिहरी झील (Tehri Lake) का आनंद भी ले सकते हैं साथ ही जंगलों में भीषण आग लगने के दौरान आग बुझाने के लिए हेलीकॉप्टर उतर सकता है और आपदा के समय भी यहां पर हेलीकाप्टर उतारा जा सके साथ ही आपदा के समय भी यह हेलीपैड अति महत्वपूर्ण है क्योंकि जब भी कभी कोई आपदा आए तो यहां पर आसानी से हेलीकॉप्टर को उतारकर हेलीकॉप्टर के माध्यम से बचाव कार्य किया जा सकता है, लेकिन हेलीपैड की घटिया निर्माण और गुणवत्ता के चलते हेलीपैड में दरार पड़ गई है

वहीं सामाजिक कार्यकर्ता शक्ति प्रसाद जोशी ने कहा कि शासन प्रशासन को चाहिए कि वह इस हेलीपैड को तत्काल ठीक करें और आने वाले चार धाम यात्रा के समय जो भी पर्यटक टिहरी झील और डोबरा चांठी पुल का देखने आ सकते हैं तो उस समय वह इस हेलीपैड का उपयोग कर सकते हैं यह हेलीपैड चुनाव के समय सबसे ज्यादा व्यस्त रहता है जब नेताओं के द्वारा चुनावी दौरा करते है उस समस्य यह सबसे सुविधाजनक है
वही टिहरी के जिला अधिकारी डॉ सौरभ गहरवार ने मामले का संज्ञान लेते हुए तत्काल लोक निर्माण विभाग चम्बा और पर्यटन के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह तत्काल इस हेलीपैड को ठीक करें