श्रीनगर गढ़वाल। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विशवविद्यालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग में उत्तरांचल काउंसिल फॉर बायोटेक्नोलॉजी, पंतनगर एवं ठब्प्स् नयी दिल्ली द्वारा प्रायोजित उद्यमिता विकास कार्यक्रम (म्दजतमचतमदमनतेीपच क्मअमसवचउमदज च्तवहतंउ) का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम का उद्वघाटन कुलपति प्रो0 अन्नपूर्णा नौटियाल, एनआईटी निदेशक प्रो0 ललित कुमार अवस्थी व उत्तराखंड काउंसिल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी के प्रोफेसर संजय कुमार शर्मा द्वारा संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित कर किया गया।
आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर अन्नपूर्णा नौटियाल ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम विश्वविद्यालय के युवाओं के प्रशिक्षण के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने जीव विज्ञान के सभी विभागों को एक साथ आने और सहयोगी अनुसंधान के माध्यम से नवाचार का लक्ष्य रखने का भी आह्वान किया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी, निदेशक एनआईटी उत्तराखंड ने प्रतिभागियों को विचारों को पोषित करने और उन्हें उद्यमी बनने के लिए प्रेरित करने की सलाह दी।
निदेशक, उत्तराखंड काउंसिल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी के प्रोफेसर संजय कुमार शर्मा ने उत्तराखंड में उद्यमशीलता के अवसरों की तलाश करने का आह्वान किया। उन्होंने उत्तराखंड की बद्री गाय का उदाहरण देकर शोधकर्ताओं के लिए उपलब्ध विभिन्न संसाधनों की जानकारी दी।
प्रबंध निदेशक बीसीआईएल डॉ. पूर्णिमा शर्मा ने बीसीआईएल और उसके उद्देश्यों का संक्षिप्त परिचय दिया। उन्होंने जैव प्रौद्योगिकी विभाग, गढ़वाल विश्वविद्यालय के पूर्ण समर्थन और प्रयासों की सराहना की।
आयोजित कार्यक्रम में 100 से अधिक शोधकर्ता, पीएचडी छात्र और एमएससी छात्र भाग ले रहे हैं। यह कार्यशाला 2 दिनों तक चलेगी और इसमें तीन तकनीकी सत्र होंगे जिनमें विभिन्न विषय विशेषज्ञ अपना व्याख्यान देंगे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनीता सिंह ने किया और संयोजन डॉ. कृष्ण सिंह रावत ने किया। कार्यक्रम के आयोजन में जैव प्रौद्योगिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. जीके जोशी, डॉ. ममता आर्य, डॉ. सौरभ यादव, डॉ. सुधीर कुमार और छात्र शामिल हैं। डीन लाइफ साइंसेज प्रोफेसर अनूप कुमार डोबरियाल ने एनईपी में उद्यमिता कार्यक्रमों को शामिल करने पर प्रकाश डाला। निदेशक आईक्यूएसी, प्रोफेसर आर सी सुंद्रियाल भी इस अवसर पर उपस्थित थे। डॉ पूजा सकलानी ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।