कमल पिमोली
श्रीनगर। गैरसैंण में होने वाले बजट सत्र के दौरान कांग्रेस सरकार को घेरने की तैयारी में जुट गई है। बजट सत्र के पहले दिन अंकिता भंडारी हत्याकांड में वीआईपी के नाम का खुलासा, भर्ती घोटाला, जोशीमठ आपदा समेत अन्य मुद्वो को लेकर कांग्रेस पार्टी व एनएसयूआई के कार्यक्रर्ता विधानसभा कूच करेंगे। इस दौरान प्रदेश सरकार का भारी विरोध देखने को मिल सकता है।
श्रीनगर पहुॅची कांग्रेस नेत्री अनुकृती गुंसाई रावत ने मीडिया से वार्ता करते हुए बताया कि प्रदेश के ज्वलंत मुद्वों को लेकर कांग्रेस सरकार का विरोध करेगी। कहा कि 2020 में तत्कालिन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया था, लेकिन तब से न वहॉ विधानसभा सत्र का आयोजन किया गया न ही गैरसैंण में मुख्यमंत्री का कैंप कार्यालय बना।
कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी के अनुरूप यहॉ से 6 महीनें राजधानी का संचालन होना चाहिए। जिससे कि पहाड़ की राजधानी पहाड़ से संचालित हो सके। वहीं उन्होनें कहा कि यहॉ आला अधिकारियों व मंत्रीयों के कार्यालय होने से पहाड़ में सुविधायें बढ़ेगी।
इस दौरान लैंसडाउन विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रही अनुकृति गुसांई ने प्रदेश सरकार पर पहाड़ की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार पहाड़ के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। लेकिन अब युवा सचेत हो चुका है अपने हक के लिए लड़ रहा है। बहुत दिनों तक यह तानाशाही सरकार नहीं चलेगी। कहा कि प्रदेश के विभिन्न मुद्वों को लेकर गैरसेंण कूच किया जायेगा।
साथ ही बजट सत्र को लेकर कहा कि सरकार को ऐसा बजट पेश करना चाहिए जिसमें महिला उद्वमीयों को लाभ मिले, न कि केवल उन्हें प्रशिक्षण तक ही सीमित रखा जाये। कहा कि यह प्रदेश का दुर्भाग्य है कि जो योजनायें संचालित की जाती हैं उनका लाभ केवल मंत्रीयों के चहेतों को ही मिलता है। आम आदमी आज भी पलायन करने को मजबूर है। उन्होनें बताया कि उनकी अपेक्षा है कि बजट महिला केन्द्रीत होने के साथ महिला हितकारी भी हो।

पूर्व सीएम की पहले की तारीफ, फिर ली चुटकी
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के युवाओं पर लाठीचार्ज पर माफी मांगने को लेकर अनुकृति गुसांई ने पूर्व सीएम की तारीफ की। कहा कि त्रिवेंद्र रावत वरिष्ठ नेता है अगर उन्हें गलती का अहसास है और माफी मांग रहे हैं तो यह सराहनीय है, लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि उनके मुख्यमंत्री रहने के दौरान गैरसैंण में भी महिलाओं पर लाठी भांजी गई थी। कहा कि प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करना बीजेपी की रीत बन चुकी है। इस दौरान एनएसयूआई से जुड़े सूरज नेगी, शुभम गोस्वामी समेत गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्र मौजूद रहे।