श्रीनगर। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के उच्च शिखरीय पादप कार्यिकी एवं शोध केंद्र (हैप्रेक) में क्षेत्रिय एवं सुगमता केंद्र, उत्तर भारत जोगेन्द्रनगर, हिमाचल प्रदेश, औषधीय पादप बोर्ड भारत सरकार एवं डीबीटी परियोजना के तहत जड़ी-बूटी कृषिकरण एवं व्यापार अवसर एवं चुनौतीयां विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ।
इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि एनआईटी, उत्तराखंड के निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी एवं गढ़वाल विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल, डाबर से डा. पंकज प्रसाद रतूड़ी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जड़ी-बूटी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर 14 किसानों को सम्मानित करते हुए। सोमवार को हैप्रेक विभाग केके नंदन मैमोरियल हाल में आयोजित कार्यशाला में बोलते हुए एनआईटी निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने कहा कि इस तरह की कार्यशाला शोधार्थियों और किसानों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी। कहा कि बदलते तकनीकों के साथ-साथ किसानों को व्यवस्थित तरीके कृषिकरण करना होगी। उन्होंने कहा कि नए उद्यमियों के लिए यहां से एक मंच मिलेगा। जड़ी बूटी के क्षेत्र में जो काम हो रहा है अवश्य ही पहाड़ से हो रहें पलायन को रोकने भी सिद्ध होगा। कहा कि एनआईटी भी इस क्षेत्र में हैप्रेक विभाग की मदद के लिए आगे आयेगा।
इस मौके पर गढ़वाल विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल Pro. Annapurna Nautiyal ने कहा कि किसनों को अपने पहाड़ों की परंपरा और धरोहरों के सहजने की जरूरत है। कहा कि प्रकृति ने जो हमे परंपरागत रूप से दिया है उसे हमे सहजेना होगा और उसे इस तरह से संवारना होगा, जिससे उस उत्पादक को बाजार मिल सकें। उन्होने सभी किसानों से धैर्य, धीरज औई ईमानदारी से कार्य करने को कहा। इस मौके पर मुख्य वक्ता डाबर इंडिया लिमिटेड के एचओडी डा. पंकज प्रसाद रतूडी ने प्रजेंटेशन के माध्यम से काश्तकारों तक इण्डस्ट्री की आवश्यकता के मापदण्डो की जानकारी दी। कहा कि किसानों को स्मार्ट फार्मिंग के ओर बढना होगा। उन्होंने हाईड्रोफोनिक टेक्नोलॉजी की जानकारी दी। उन्होंने किसानों को समय के साथ बदल रही कृषि पद्धति को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
विशिष्ट अतिथि उद्यान विभाग के जिला विकास प्रबंधन नाबार्ड भूपेंद्र सिंह ने भारत सरकार के ओर से कृषकों के लिए संचालित की जा रही योजनाओं को बताया। कहा कि नबार्ड के ओर से भारत सरकार की योजनाओं को क्रियान्वित कर कृषक उत्पादन संगठन (एफटीओ) के माध्यम से कृषकों के उत्पादक को बाजार दिया जा रहा है। उन्होंने सभी कृषकों को सरकार की योजनाओं का लाभ लेने को कहा। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत हैप्रेक विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. एमसी नौटियाल तथा मंच का संचालन वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. विजयकांत पुरोहित ने किया। इस मौके पर प्रो. आरके मैखुरी, प्रो. प्रकाश चंद्र नौटियाल, डा. बबिता पाटनी, डा. विजयलक्ष्मी त्रिवेदी, डा. वैशाली चंदोली, डा. सुधीप सेमवाल, डा. प्रदीप डोभाल, डा. राजीव रंजन, जयदेव चौहान, अजय हेमदान, अंशिका पोखरियाल, अकांक्षा बिष्ट, मोनाली, पल्ल्वी सती आदि मौजूद थे।