श्रीनगर। अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेजों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों केे पदो को रिक्त न दिखाने के आदेश पर राजकीय शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है। राजकीय शिक्षक संघ के पूर्व मंडलीय मंत्री शिव सिंह नेगी ने कहा कि अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेजों में सहायक अध्यापक और प्रवक्ताओं के रिक्त पदों को भरने हेतु शिक्षा निदेशालय से रिक्त पदों का ब्योरा जुटाने हेतु आदेश हुए हैं, किंतु आदेश में कहा गया है कि जहां पर अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं उन्हें रिक्त नहीं दिखाया जायेगा। जिससे शिक्षकों में रोष व्याप्त है। कहा कि यह निर्णय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश और मूल भावना के विपरीत होने के साथ ही अटल स्कूलों को स्थापित करने के बुनियादी उद्देश्य के खिलाफ है। वहीं दूसरी ओर राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में वर्षों से कार्यरत शिक्षकों के हितों पर कुठाराघात है। कह कि राज्य के दुर्गम क्षेत्रों में लंबे समय से अपनी सेवाएं दे रहे शिक्षकों को पदोन्नति भी नहीं मिली है और स्थानान्तरण भी नहीं हुए हैं। स्थान परिवर्तन के लिए यह एक अवसर था किंतु मनमाने आदेशों से शिक्षकों के सपनों में पानी फिर रहा है।
नेगी ने कहा कि अटल उत्कृष्ट स्कूलों की स्थापना के पीछे मूल उद्देश्य यह था कि छात्रों को अंग्रेजी माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का अवसर प्राप्त हो लेकिन यह विडंबना ही है कि विद्यालय में कुछ शिक्षकों को तो बकायदा स्क्रीनिंग परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद ही तैनाती दी जाएगी और कुछ शिक्षकों को बिना परीक्षा के ही अतिथि के रूप में तैनाती दे दी गई है। इस दोहरी व्यवस्था से एक ओर जहां छात्रों के पठन पाठन पर प्रतिकूल असर पड़ेगा वहीं दूसरी ओर स्थाई शिक्षकों के हितों के साथ खिलवाड़ होगा। उन्होने राज्य सरकार द्वारा निकाले गये आदेश को संशोधित किए जाने की मांग की है।