पौड़ी गढ़वाल। पौड़ी जिले के रिखणीखाल, धुमाकोट क्षेत्र में इन दिनों आदमखोर बाघ की दहशत है। आलम यह है कि इन क्षेत्रों में प्रशासन द्वारा रात्रि कर्फ्यू लगाया गया है। साथ ही बाघ के पकड़े जाने तक आंगनबाड़ी केन्द्रों व स्कूल में अवकाश घोषित किया गया है।
दरअसल पौड़ी जिले के रिखणीखाल, धुमाकोट क्षेत्र में बीते 13 व 15 अप्रैल को बाघ ने हमला किया था। जिसमें डल्ला गांव निवासी बुजुर्ग की मौत भी हो गई थी। बाघ के हमले के बाद से ही क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि यहॉ अक्सर बाघ दिखाई दे रहा है जिससे ग्रामीण भय के साये में जीने को मजबूर हैं।

बाघ को पकड़ने के लिए लगाये गये ट्रैस कैमरे
जिलाधिकारी पौड़ी डॉ आशीष चौहान समेत गढ़वाल वन प्रभाग व लैंसडाउन वन प्रभाग की टीम, उपजिलाधिकारी, पुलिस कर्मी सहित अन्य विभागों के अधिकारियों ने डल्ला गांव पहुॅचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की। बाघ को पकड़ने के लिए प्रशासन द्वारा गांव में तमाम जगहों पर ट्रैस कैमरे लगाए गये हैं। इसके साथ ही घटनास्थल के आसपास वन विभाग के द्वारा पिंजरे लगाए गये हैं साथ ही वन विभाग व पुलिस कर्मी भी यहॉ डेरा जमाए हुए हैं। सांय 7.00 बजे से प्रातः 6.00 बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है।
दो दिनों के लिए स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र भी बंद
रिखणीखाल, धुमाकोट क्षेत्र के भैडगांव पट्टी के अंतर्गत आने वाले सभी विद्यालयों व आंगनबाड़ी केन्द्रों में दो दिवसीय अवकाश घोषित किया गया है। जिलाधिकारी पौड़ी डॉ आशीष चौहान ने बताया कि धुमाकोट के ग्राम भैडगांव व उसके आसपास के निकटवर्ती क्षेत्र में भय का माहौल व्याप्त होने व विद्यालय जाने वाले बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत स्थिति सामान्य होने तक ग्राम भैडगांव पट्टी के अंतर्गत आने वाले सभी विद्यालयों व आंगनबाड़ी केन्द्रों में दो दिवसीय अवकाश घोषित किया है। साथ ही डीएम ने प्रभावित क्षेत्रों में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी पौड़ी को निर्देशित किया कि अग्रिम आदेश तक पशुओं के चारापत्ती की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।