श्रीनगर गढ़वाल। केदरानाथ मंदिर में कपाट खुलने के अवसर पर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को बाबा केदार के दर्शन करने से रोके जाने को लेकर लोगों में आक्रोश है। परम धर्म संसद के सदस्य भौपाल सिंह चौधरी ने आक्रोश व्यक्त करते हुए समस्त हिन्दुओ का अपमान बताया है। अपने जारी बयान में उन्होनें
कहा कि शंकराचार्य दिवस पर शंकराचार्याे का अपमान करना केवल विश्व जगत गुरु शंकराचार्याे का तिरस्कार नहीं बल्कि समस्त हिन्दुओ का अपमान है। ऐसा पहली बार हुआ है। कहा कि जिन शंकरार्चायों के हाथों पौराणिक मठ मंदिरो की नीव रखकर सिद्ध पीठ बनी थी आज उन शंकराचार्य के प्रतिनिधि को केदारनाथ के दर्शन नहीं करने दिए गये। कहा कि मुख्यमंत्री, मंत्री व नेताओं का दर्शन के लिए प्रोटोकॉल है लेकिन हिंदू धर्म के ध्वज वाहक को यह कहकर दर्शन नहीं करने दिए जाते हैं कि उनका कोई प्रोटोकॉल नहीं है। कहा कि कभी ये प्रधानमंत्री ओर मुख्यमंत्री शंकराचार्याे के पैरो मे पडकर आशीर्वाद लिया करते थे। आज उन शंकराचार्याे का प्रोटोकल ख़त्म कर दिया गया है।
वर्तमान सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होनें कहा कि इस सरकार ने साधु संत महात्माओं, शंकराचार्यो, हिन्दुत्त्व के रहमोकरम पर सरकार बनाई है। कहा कि मोदी सरकार ने हिन्दुओ के गुरु शंकराचार्य का अपमान नहीं किया बल्कि समस्त विश्व के हिन्दुओ का अपमान किया है। जिसका जवाब मोदी सरकार को सारा हिन्दु समाज देगा। कहा कि देश का हिन्दु कुछ दिनों मे मोदी सरकार के खिलाफ सड़को पर उतरेगा।