पौड़ी गढ़वाल : जीबी पंत इंजिनयरिंग कॉलेज की अस्सिटेंट प्रोफेसर मनीषा भट्ट आत्महत्या प्रकरण में घुड़दौड़ी इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक डॉ वाई सिंह और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ ए. के गौतम के प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने और दोनों के खि़लाफ़ अपराध पंजीकृत होने के बाद बड़ी कार्यवाही हुई है। शासन ने दोनों शिक्षकों को अन्यत्र संस्थानों में अटैच कर दिया है। आपको बता दें कि 25 मई को जीबी पंत इंजिनयरिंग कॉलेज की अस्सिटेंट प्रोफेसर मनीषा भट्ट ने अलनंदा नदी में छलांग मारकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी जिसके बाद उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई थी। वहीं परिजनों ने कॉलेज के निदेशक व एचओडी पर मनीषा को आत्महत्या के लिए उकसाने व मानसिक उत्पीडन का आरोप लगाया था। जिसे लेकर पौड़ी कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज हुआ है। वहीं अब आपराधिक जाँच प्रभावित न होने इसके लिए सचिव तकनीकी शिक्षा रविनाथ रामन द्वारा जिलाधिकारी पौड़ी डॉ आशीष चौहान की संस्तुति पर दोनों आरोपियों को अन्यत्र संस्थानों में सबद्ध किया गया है। जारी आदेश में जीबी पंत इंजिनयरिंग कॉलेज के निदेशक डॉ वाई सिंह को कुमाऊ प्रोद्योगिकी संस्थान अल्मोड़ा व ॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ ए. के गौतम को सीमान्त प्रौद्योगिकी संस्थान पिथौरागढ अटैच किया गया है।