श्रीनगर। हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर श्रीनगर प्रेस क्लब की ओर से एक गोष्टी का आयोजन किया गया। जिसमें बदलते परिवेश में पत्रकारों के स्वास्थ्य पर चिंता व्यक्त की गई। गोष्ठी में संयुक्त चिकित्सालय श्रीनगर के वरिष्ठ सर्जन डॉ लोकेश सलूजा, रेडियोलॉजिस्ट डॉ रचित गर्ग, समाजिक कार्यकर्ता राकेश बिजल्वाण बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में मौजूद रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ लोकेश सलूजा ने कहा कि भागदौड़ भरी दिनचर्या में पत्रकारों को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा।
डॉ रचित गर्ग ने कहा कि पत्रकारिता का क्षेत्र लगातार चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है। ऐसे में खबरों के संकलन के वक्त कई पत्रकार बीमार पड़ जाते। ऐसे में पत्रकारों के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।
समाज सेवी राकेश बिजल्वाण ने कहा कि मान्यता प्राप्त पत्रकारों के साथ साथ तमाम मीडिया घरानों में काम कर रहे छोटे बड़े पत्रकारो का पंजीकरण करवाकर सरकार को पत्रकारो के स्वास्थ्य की जवाबदेही तय करनी होगी। पत्रकार कल्याण कोष में इजाफा करते हुए पत्रकारों के लिए हेल्थ़ कार्ड जारी किया जाना चाहिए।
गोल्डन कार्ड की तरह पत्रकारों का भी अलग से एक स्वास्थ्य कार्ड बने। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्रीकृष्ण उनियाल ने कहा कि पत्रकारों को स्वास्थ्य सुविधा मिलें इसके लिए सभी पत्रकारों को साथ लेकर संघर्ष किया जाएगा। वरिष्ठ पत्रकार संदीप थपलियाल ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन सत्य प्रसाद मैठाणी ‘‘गोपी‘‘ द्वारा किया गया। इस अवसर पर पंकज मैंदोली, विनय भट्ट, मनमोहन सिन्धवाल, मनोज उनियाल, कमल पिमोली, तनुज बडोनी, कार्तिकेय बहुगुणा आदि ने विचार व्यक्त किए।