श्रीनगर। गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा एक हेक्टेयर बंजर पड़ी भूमि में बनाए गये मिश्रित वन को फल पट्टी के रूप में विकसित की जायेगी।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर गढ़वाल विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी संतोष कुमार श्रीवास्तव ने चित्रा गार्डन पहुंचकर अशोक के पौधे का रोपण किया। इस दौरान उन्होने चित्रा गार्डन का भ्रमण कर विवि के कार्यों की सरहाना की। साथ ही चित्रा गार्डन में लग गये सेबों को देख विŸा अधिकारी गदगद हो उठे। उन्होने कहा कि चित्रा गार्डन के फेस-टू में विभिन्न फलों के पौधों का रोपण किया जाये तथा उसे फल पट्टी के रूप में विकसित किया जाये।

इस मौके पर वैज्ञानिक डा. विजयकांत पुरोहित एवं इं.एमपी डोभाल ने चित्रा गार्डन की जानकारी देते हुए बताया कि इससे पहले यह बंजर भूमि अतिक्रमण एवं कूडे के ढेर में तब्दील थी। जिसके बाद 2020 से इस भूमि पर निरंतर वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया। जिसके फलस्वरूप आज यहां 3000 से अधिक विभिन्न प्रजातियों के वृक्ष ऊचाईयां छू रहें है।
कहा कि विगत तीन वर्षों में कुलपति के निर्देशों पर हैप्रक के वैज्ञानिक एवं विवि के इंजीनियर महेश डोभाल सहित अन्य के प्रयासों से 10 हेक्टर बंजर भूमि को मिश्रित वन में तब्दील किया जा रहा है।
कहा कि शहर के आस-पास मिश्रित जंगल के विकसित होने से श्रीनगर में प्रदूषण की समस्या तो कम होगी ही साथ ही लोगों को शुद्ध ऑक्सीजन भी मिलेगी। इस मौके पर चित्रा टीम के जयदेव चौहान, जयपाल, बीरू सिंह, हरपाल सहित अन्य मौजूद रहे।