रोबिन मल
गौचर। सड़को को गड़ा मुक्त किए जाने को लेकर सरकार तमाम दावे कर रही हैं , लेकिन जमीनी हकिकत कुछ ओर ही बयां कर रही है। सड़को पर पडे गड्ढे या गड्डों पर सड़क, सड़क की स्थिति देख अंदाजा लगाना मुश्किल है। बदहाल रानौ-खाल मोटर मार्ग अपन बदहाली की कहानी बयां कर रहा है। यह मोटर मार्ग तकरीबन 8 गावों के लगभग 4 हजार परिवारो को विकास खंड पोखरी और बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ता है। जिसकी स्थिति लगभग पिछले 5 सालो से बदहाल बनी हुई है । यहॉ जगह-जगह सड़कों पर गड्ढे बने हुए हैं साथ कई जगहों पर सड़क क्षतिग्रस्त भी है।
जिससे सड़क से लगे गांवो के ग्रामीणों को अव्यस्थाओ का सामना करना पड़ रहा है। इस मोटर मार्ग पर संचालित होने वाले वाहनों में आये दिन खराबिया देखने को मिल रही है। जिससे वाहन स्वामीयो को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। वहीं जर्जर सड़क बड़ी दुर्घटना को कभी भी न्यौता दें सकती है। इसके अलावा इस मोटर मार्ग पर परिवहन करने वाले यात्रीयों से अतिरिक्त किराया भी वसूला जा रहा है। क्यूंकि सड़क मार्ग बदहाल है और यहॉ वाहन चलाना किसी रिस्क से कम नहीं। इसके अलावा छात्रों व ग्रामीणों को कई बार मार्ग क्षतिगस्त होने के चलते पैदल ही मुख्य बाजार तक पहुॅचना पड़ता है।
स्थानीय निवासी विजय भट्ट बताते हैं कि एक तो मंहगाई की मार और ऊपर से सड़क की स्थिती के कारण निजी वाहन अधिक खर्चीला हो रहा है। कम दूरी होने पर भी अधिक तेल की खपत और वाहन सर्विस का खर्चा बढ़ रहा है। उनका कहना है की संबंधित विभाग जल्द से जल्द इस मामले पर संज्ञान ले ताकि ग्रामीणों को बार बार इन असुविधाओं का सामना न करना पड़े।