पिथौरागढ़ : यहॉ दिल्ली से पिथौरागढ़ की तरफ उत्तराखण्ड़ रोडवेज की बस तेजी से दौडऋ रही है. बस में 18 यात्री सवार थे, ये दिल्ली से अपने घर जा रहे थे, सुबह 5 बजे का समय था आधे से ज्यादा यात्री नींद में थे, कुछ प्रकृति के खुबसूरत नजारों का दिदार कर रहे थे, इस बीच अचानक वो हुआ जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी, जैसे ही बस अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ हाइवे परें पनुवा नौला से थोडी आगे पहुॅची अचानक बस का स्टेयरिंग रॉड टूट गया, बस अनियंत्रित हो गई, ड्राईवर की कुछ कर पाता इससे पहले यात्रियों को स्टेयरिंग रॉड टूट जाने का पता चल गया, बस में चीख पुकार मच गई 18 यात्रियों की जान हलक में अटक गई, बस के अनियंत्रित होते ही सब बस यही सोच रहे थे कि ये आखरी समय है, भगवान बचा लें, इतने में अनियंत्रित बस सड़क किनारे लगे गार्डर से टकरा गई। और सड़क किनारे ही खाई से मात्र एक फीट पहले रूक गई. अगर यहॉ गार्डर न होता तो पौड़ी गढ़वाल में शादी की बस जिस तरह खाई में गिरने से बड़ा हादसा हुआ था कुछ इस तरह का हादसा हो जाता।
लेकिन एनएच विभाग व पीडब्लूडी विभाग के कारण डंेजर जोनों पर गार्डर व टेराफीट लगाये जाने से दुर्घटनाओं में कमी देखने को मिली है वहीं कई जिंदगीयां बची है. वहीं दूसरी ओर एक बार फिर रोडवेज पर सवाल खड़े हो रहे हैं, आये दिन रोडवेज की बसें कभी खराब हो जाती है तो कभी किसी ओर तरह की तकनीकी दिक्कत इनमें देखने को मिलती है
बहरहाल एआरएम पिथौरागढ़ रविशेखर कापड़ी ने बताया कि रोडवेज बस दिल्ली से पिथौरागढ़ को आ रही थी। जिसमे कुल 18 लोग सवार थे। उन्होंने बताया कि फोरमैन व मैकेनिक को मौके पर भेज दिया गया है। साथ ही यात्रियों के लिए दूसरी बस भेजी जा रही है।