श्रीनगर। उप जिला अस्पताल में एक व्यक्ति के कान के अंदर बने पैरोटिड ट्यूमर का सफल ऑपरेशन किया गया। डॉक्टरों का कहना है कि यह एक प्रकार का जटिल ऑपरेशन होता है। उप जिला अस्पताल में पहली बार इस तरह का ऑपरेशन किया गया है। वरिष्ठ सर्जन डा. लोकेश सलूजा ने बताया कि नेपाल मूल के एक 50 वर्षीय व्यक्ति राजकुमार के कान के पास विगत आठ माह से एक गांठ बनी हुई थी। उन्होंने बताया कि इसे उन्होंने अस्पताल के ईएनटी सर्जन डा. दिगपाल दत्त को दिखाया। जिस पर डा.दिगपाल ने उनकी एफएनसी जांच की। जांच में पैरोटिड ग्लॉंड का ट्यूमर पाया गया जिसे प्लू कहते हैं। पुष्टि के लिए डा.रचित गर्ग ने मरीज का अल्ट्रासाउंड किया। जिसमें पैरोटिड ग्लॉंड की पुष्टि हुई। 4 अक्तूबर को डा. लोकेश सलूजा, डा.दिगपाल दत्त व सिस्टर शीतल की टीम ने सफल ऑपरेशन किया। डा.सलूजा ने बताया कि अस्पताल में इस प्रकार का यह पहला ऑपरेशन था। उन्होंने बताया कि पैरोटिड का ट्यूमर खतरनाक होता है। क्योंकि मुंह की मुख्य नस पैरोटिड ग्लॉंड के पास से होकर जाती है। इसलिए कुछ ईएनटी सर्जन ही इस तरह के ऑपरेशन को अंजाम देते हैं।