श्रीनगर। उपजिलाधिकारी कार्यालय में जहर की पुडिया लेकर खुद को बंद करने वाले पूर्व जिला पंचायत सदस्य लखपत भंडारी की मांग पर प्रशासन ने कार्यवाही की है। प्रशासन ने पीपलचौरी के समीप संचालित मीट की दुकान को सील कर लिया है। जिसके बाद लखपत भंडारी एसडीएम कार्यालय से बाहर आये। वहीं दुकान सील करने के कुछ घण्टों बाद ही सील तोड़ दी गई।
विदित हो कि लंबे समय से श्रीनगर स्थित पीपलचौरी के समीप अवैध मांस की दुकान संचालित की जा रही थी। साथ ही बगल में बने पानी के सार्वजनिक टंकी पर भी अवैध कब्जा किया गया था। जिसे पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य लखपत भंडारी ने आवाज उठाई थी। प्रशासन ने कार्यवाही करते हुए नगर क्षेत्र में चल रहे अवैध मांस की दुकानों को बंद करवा दिया था। कुछ समय बीत जाने के बाद रविवार को पीपलचौरी स्थित मांस की दुकान के मालिक ने दुबारा बिना किसी अनुमति के दुकान खोल ली। जिसपर स्थानीय लोगों का आक्रोश बढ गया। रविवार देर रात तक यहॉ दुकान बंद कराये जाने की मांग को लेकर हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ। इस दौरान लखपत भंडारी दुकान बंद कराने की मांग को लेकर अड़े रहे। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप के बाद दोनों पक्षों को शांत करवाकर घर भेजा गया। सोमवार सुबह ही लखपत भंडारी ने अपनी मांगों को लेकर एसडीएम कार्यालय में डेरा डाल लिया। यहॉ खुद को कमरे में बद कर आम्तहत्या की चेतावनी देने के बाद प्रषासन ने दुकान को सील कर दिया। जिसके बाद लखपत भंडारी एसडीएम कार्यालय से बाहर आये।
वहीं दूसरी ओर प्रशासन द्वारा सील की गई दुकान की सील दो घण्टें बाद ही टूट गई। इस बारे में जब दुकान मालिक से जानकारी जुटाने की कोशिश की गई तो उन्होनें कहा कि यह उन्हें नहीं मालूम की सील किसने तोड़ी है।
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